Geeta Shlok With Meaning in hindi

Geeta Shlok With Meaning In Hindi: भगवत गीता के प्रसिद्ध श्लोक भावार्थ सहित

Geeta Shlok With Meaning In Hindi: महाभारत भारत का एक अद्वितीय काव्य ग्रंथ है, जिसके रचयिता महर्षि वेदव्यास थे। इस महाकाव्य के युद्धक्षेत्र, कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिए, वे “भगवत गीता” के रूप में विख्यात हैं। गीता न केवल भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है, बल्कि यह जीवन के सभी पहलुओं को सरल और प्रभावी ढंग से समझाने का एक दिव्य माध्यम भी है।

गीता के श्लोक जीवन की कठिनाइयों का समाधान प्रस्तुत करते हैं और आत्मा, धर्म, कर्म, और ज्ञान के महत्व को उजागर करते हैं। गीता में हर व्यक्ति के लिए कुछ न कुछ सीखने को है, चाहे वह विद्यार्थी हो, गृहस्थ हो या सन्यासी।

Table of Contents

Geeta Shlok With Meaning in hindi- गीता के श्लोक और उनके अर्थ

1. Bhagwat Geeta Shlok

यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥
Shlok Hindi Meaning
: जब-जब धर्म का ह्रास और अधर्म का प्रबल उदय होता है, तब-तब मैं (ईश्वर) स्वयं की रचना (अवतार) करता हूँ। यह श्लोक यह संकेत करता है कि भगवान का अवतार केवल धर्म की स्थापना के लिए होता है।

Shlok English Meaning: Whenever there is a decline in Dharma and a strong rise in Adharma, then I (God) create myself (avatar). This shloka indicates that God incarnates only for the establishment of Dharma.

2. Bhagwat Geeta Shlok

परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे॥
Shlok Hindi Meaning
: सज्जनों की रक्षा, दुष्टों का विनाश, और धर्म की स्थापना के लिए मैं हर युग में प्रकट होता हूँ। यह श्लोक भगवद्गीता के ईश्वरीय उद्देश्य को समझाता है।

Shlok English Meaning: I appear in every age to protect the virtuous, destroy the wicked, and establish Dharma. This verse explains the divine purpose of the Bhagavad Gita.

3. Bhagwat Geeta Shlok

यो न हृष्यति न द्वेष्टि न शोचति न काङ्‍क्षति।
शुभाशुभपरित्यागी भक्तिमान्यः स मे प्रियः॥
Shlok Hindi Meaning
: जो न हर्षित होता है, न द्वेष करता है, न शोक करता है और न कुछ आकांक्षा करता है, जो शुभ और अशुभ दोनों से परे है, वही सच्चा भक्त है और मुझे प्रिय है।

Shlok English Meaning: He who neither rejoices nor hates nor grieves nor desires anything, who is beyond both auspicious and evil, he is the true devotee and is dear to me.

4. Bhagwat Geeta Shlok

न हि कश्चित्क्षणमपि जातु तिष्ठत्यकर्मकृत्‌।
कार्यते ह्यवशः कर्म सर्वः प्रकृतिजैर्गुणैः॥
Shlok Hindi Meaning
: कोई भी प्राणी एक क्षण के लिए भी बिना कर्म किए नहीं रह सकता। प्रकृति के गुण सभी को कर्म करने के लिए प्रेरित करते हैं।

Shlok English Meaning: No living being can remain without performing any work even for a moment. The qualities of nature inspire everyone to perform work.

5. Bhagwat Geeta Shlok

यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जनः।
स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते॥
Shlok Hindi Meaning
: श्रेष्ठ व्यक्ति जैसा आचरण करता है, अन्य लोग भी उसी का अनुसरण करते हैं। उसके द्वारा स्थापित मानक समाज में अनुकरणीय बन जाते हैं।

Shlok English Meaning: Other people also follow the way a great person behaves. The standards set by him become exemplary in the society.

6. Bhagwat Geeta Shlok

कस्माच्च ते न नमेरन्महात्मन् गरीयसे ब्रह्मणोऽप्यादिकर्त्रे।
अनन्त देवेश जगन्निवास त्वमक्षरं सदसत्तत्परं यत्‌॥
Shlok Hindi Meaning
: हे महात्मन्! जो ब्रह्मा के भी आदिकर्ता हैं, उन्हें प्रणाम क्यों न करें? आप अनंत, देवताओं के ईश्वर, और संपूर्ण जगत के आधार हैं।

Shlok English Meaning: O Mahatman! Why not bow down to the one who is the originator of even Brahma? You are the infinite, the God of gods, and the foundation of the entire universe.

7. Bhagwat Geeta Shlok

कर्मेन्द्रियाणि संयम्य य आस्ते मनसा स्मरन्।
इन्द्रियार्थान्विमूढात्मा मिथ्याचारः स उच्यते॥
Shlok Hindi Meaning
: जो व्यक्ति इन्द्रियों को संयम में रखकर भी मन से विषयों का चिंतन करता है, वह मूढ़ात्मा और पाखंडी कहलाता है।

Shlok English Meaning: A person who keeps his senses under control but still thinks about worldly pleasures in his mind is called a fool and a hypocrite.

Geeta Shlok With Meaning in hindi:-

8. Bhagwat Geeta Shlok

यो मामजमनादिं च वेत्ति लोकमहेश्वरम्।
असम्मूढः स मर्त्येषु सर्वपापैः प्रमुच्यते॥
Shlok Hindi Meaning
: जो मुझे जन्मरहित, अनादि, और संपूर्ण संसार का स्वामी जानता है, वह संदेह से परे होकर सभी पापों से मुक्त हो जाता है।

Shlok English Meaning: He who knows Me as the unborn, the eternal, and the Lord of the entire universe, becomes free from all sins, beyond doubt.

9.Bhagwat Geeta Shlok

न कर्मणामनारंभान्नैष्कर्म्यं पुरुषोऽश्नुते।
न च सन्न्यसनादेव सिद्धिं समधिगच्छति॥
Shlok Hindi Meaning
: कर्म न करने मात्र से कोई निष्कर्मता को प्राप्त नहीं कर सकता और न ही संन्यास लेने मात्र से सिद्धि प्राप्त होती है।

Shlok English Meaning: One cannot achieve inaction merely by not doing any work, nor can one achieve success merely by taking sanyaas.

10. Bhagwat Geeta Shlok

एतां विभूतिं योगं च मम यो वेत्ति तत्त्वतः।
सोऽविकम्पेन योगेन युज्यते नात्र संशयः॥
Shlok Hindi Meaning
: जो मेरी विभूतियों और योग को तत्वतः जानता है, वह अविचल योग में स्थित हो जाता है, इसमें कोई संदेह नहीं।

Shlok English Meaning: He who knows my powers and Yoga in essence, attains established in unshakable Yoga; there is no doubt about it.

10. Bhagwat Geeta Shlok

अन्नाद्भवन्ति भूतानि पर्जन्यादन्नसम्भवः।
यज्ञाद्भवति पर्जन्यो यज्ञः कर्मसमुद्भवः॥
Shlok Hindi Meaning
: भूत (जीव) अन्न से उत्पन्न होते हैं, अन्न वर्षा से होता है, और वर्षा यज्ञ से होती है। यज्ञ कर्मों से उत्पन्न होता है।

Shlok English Meaning: Bhutas (living beings) are born from food, food is born from rain, and rain is born from yajna. Yajna is born from karmas.

12. Bhagwat Geeta Shlok

12. बुद्धिर्ज्ञानमसम्मोहः क्षमा सत्यं दमः शमः।
सुखं दुःखं भवोऽभावो भयं चाभयमेव च॥
अहिंसा समता तुष्टिस्तपो दानं यशोऽयशः।
Shlok Hindi Meaning
: मनुष्य के भीतर की ये भावनाएँ (ज्ञान, शांति, दया, सुख-दुख, आदि) मुझसे ही उत्पन्न होती हैं।

Shlok English Meaning: These feelings (knowledge, peace, compassion, happiness-sorrow, etc.) within a human being arise from me only.

13. Bhagwat Geeta Shlok

13. विद्याविनयसंपन्ने ब्राह्मणे गवि हस्तिनि।
शुनि चैव श्वपाके च पंडिताः समदर्शिनः॥
Shlok Hindi Meaning
: जो ज्ञान और विनय से सम्पन्न हैं, वे ब्राह्मण, गाय, हाथी, कुत्ते और चांडाल में समभाव से देखते हैं।

Shlok English Meaning: Those who are endowed with knowledge and humility look upon a Brahmin, a cow, an elephant, a dog and a Chandala with equanimity.

14. Bhagwat Geeta Shlok

अक्षरं ब्रह्म परमं स्वभावोऽध्यात्ममुच्यते।
भूतभावोद्भवकरो विसर्गः कर्मसंज्ञित॥
Shlok Hindi Meaning
: जो अविनाशी है, वह परम ब्रह्म है; अपने स्वभाव को अध्यात्म कहते हैं और जीवों की उत्पत्ति का कारण कर्म कहलाता है।

Shlok English Meaning: That which is indestructible is the Supreme Brahman; its nature is called spirituality and the reason for the origin of living beings is called karma.

15. Bhagwat Geeta Shlok

यदा हि नेन्द्रियार्थेषु न कर्मस्वनुषज्जते।
सर्वसङ्‍कल्पसन्न्यासी योगारूढ़स्तदोच्यते॥
Shlok Hindi Meaning
: जब व्यक्ति इन्द्रियों और कर्मों से आसक्त नहीं होता, तो वह सभी संकल्पों को त्यागकर योगारूढ़ कहलाता है।

Shlok English Meaning: When a person is not attached to the senses and actions, he abandons all resolutions and is called in Yogarudha.

16. Bhagwat Geeta Shlok

तं विद्याद् दुःखसंयोगवियोगं योगसञ्ज्ञितम्।
स निश्चयेन योक्तव्यो योगोऽनिर्विण्णचेतसा॥
Shlok Hindi Meaning
: जिस स्थिति में दु:ख के संयोग से वियोग हो जाता है, उसे योग कहा जाता है। इस योग को दृढ़ निश्चय और अनथक मन से साधना चाहिए।

Shlok English Meaning: The condition in which there is separation from the union of sorrow is called yoga. This yoga should be practised with strong determination and a tireless mind.

17. Bhagwat Geeta Shlok

यस्त्वात्मरतिरेव स्यादात्मतृप्तश्च मानवः।
आत्मन्येव च सन्तुष्टस्तस्य कार्यं न विद्यते॥
Shlok Hindi Meaning
: जो व्यक्ति आत्मा में ही आनंदित रहता है, आत्मा से संतुष्ट है और आत्मा में ही संतोष पाता है, उसके लिए संसार में कुछ भी करने को शेष नहीं रहता।

Shlok English Meaning: For a person who is happy in his soul, is satisfied in his soul, and finds satisfaction in his soul, there is nothing left to do in the world.

18. Bhagwat Geeta Shlok

प्रकृतेर्गुणसम्मूढ़ाः सज्जन्ते गुणकर्मसु।
तानकृत्स्नविदो मन्दान्कृत्स्नविन्न विचालयेत्‌॥
Shlok Hindi Meaning
: प्रकृति के गुणों में मोहित लोग उन्हीं गुण-कर्मों में आसक्त रहते हैं। ज्ञानी व्यक्ति को चाहिए कि वह अज्ञानी को भ्रमित न करे, बल्कि उन्हें अपने कर्तव्यों में लगाए रखे।

Shlok English Meaning: People who are fascinated by the qualities of nature remain attached to those qualities and actions. A wise person should not confuse the ignorant, but should keep them engaged in their duties.

19. Bhagwat Geeta Shlok

अंतकाले च मामेव स्मरन्मुक्त्वा कलेवरम्।
यः प्रयाति स मद्भावं याति नास्त्यत्र संशयः॥
Shlok Hindi Meaning
: जो व्यक्ति मृत्यु के समय मुझे स्मरण करता हुआ अपना शरीर त्यागता है, वह मेरे स्वरूप को प्राप्त करता है। इसमें कोई संदेह नहीं है।

Shlok English Meaning: The person who leaves his body remembering me at the time of death, attains my form. There is no doubt in this.

20. Bhagwat Geeta Shlok

नाश्चर्यमिदं विश्वं न किंचिदिति निश्चयी।
निर्वासनः स्फूर्तिमात्रो न किंचिदिव शाम्यति॥
Shlok Hindi Meaning
: जो यह जान लेता है कि यह संसार कुछ भी नहीं है, वह अपनी इच्छाओं से मुक्त होकर शुद्ध चेतना मात्र में स्थित हो जाता है और शांति को प्राप्त करता है।

Shlok English Meaning: One who realizes that this world is nothing, becomes free from his desires and resides in pure consciousness and attains peace.

21. Bhagwat Geeta Shlok

नाहं देहो न मे देहो बोधोऽहमिति निश्चयी।
कैवल्यं इव संप्राप्तो न स्मरत्यकृतं कृतम्॥
Shlok Hindi Meaning
: जो यह समझ लेता है कि “मैं देह नहीं हूँ, न ही यह देह मेरी है; मैं केवल बोधस्वरूप हूँ,” वह मुक्ति के समान स्थिति को प्राप्त करता है और भूतकाल के कर्मों की स्मृति से मुक्त हो जाता है।

Shlok English Meaning: He who understands, “I am not the body, nor is this body mine; I am only consciousness,” attains a state equivalent to liberation and is freed from the memory of past actions.

22. Bhagwat Geeta Shlok

एवमेतद्यथात्थ त्वमात्मानं परमेश्वर।
द्रष्टुमिच्छामि ते रूपमैश्वरं पुरुषोत्तम॥
Shlok Hindi Meaning
: हे परमेश्वर, जैसा आप अपने दिव्य स्वरूप का वर्णन करते हैं, मैं उस ऐश्वर्ययुक्त रूप को देखना चाहता हूँ।

Shlok English Meaning: O Supreme Lord, I desire to see that majestic form as You describe Your transcendental form.

23. Bhagwat Geeta Shlok

चिन्तया जायते दुःखं नान्यथेहेति निश्चयी।
तया हीनः सुखी शान्तः सर्वत्र गलितस्पृहः॥
Shlok Hindi Meaning
: जो यह समझ लेता है कि दु:ख केवल चिंता से उत्पन्न होता है, वह चिंता से मुक्त होकर सच्चे सुख और शांति को प्राप्त करता है और हर प्रकार की इच्छाओं से रहित हो जाता है।

Shlok English Meaning: One who understands that suffering arises only from worry, becomes free from worry, attains true happiness and peace and becomes devoid of all types of desires.

24. Bhagwat Geeta Shlok

आपदः संपदः काले दैवादेवेति निश्चयी।
तृप्तः स्वस्थेन्द्रियो नित्यं न वान्छति न शोचति॥
Shlok Hindi Meaning
: जो यह जानता है कि विपत्तियाँ और संपत्तियाँ समय के अनुसार और दैव से प्राप्त होती हैं, वह व्यक्ति इन्द्रियों में स्थिर और तृप्त रहता है। वह न किसी वस्तु की कामना करता है, न ही शोक करता है।

Shlok English Meaning: He who knows that troubles and prosperity are received according to time and by God, remains stable and satisfied in his senses. He neither desires anything nor grieves.

25. Bhagwat Geeta Shlok

सर्वद्वारेषु देहेऽस्मिन्प्रकाश उपजायते।
ज्ञानं यदा तदा विद्याद्विवृद्धं सत्त्वमित्युत॥
Shlok Hindi Meaning
: जब शरीर के सभी द्वारों में प्रकाश प्रकट होता है, तब समझना चाहिए कि सत्त्वगुण की वृद्धि हुई है, और यह व्यक्ति ज्ञान से प्रकाशित हो रहा है।

Shlok English Meaning: When light appears in all the gates of the body, then it should be understood that Sattva Guna has increased, and this person is being illuminated with knowledge.

Bhagwat Geeta Shlok with Meaning in Hindi and English PDF – भगवत गीता श्लोक संस्कृत PDF

गीता के श्लोक और उनके अर्थ

भगवत गीता के श्लोक जीवन को नई दिशा देने वाले और प्रेरणादायक होते हैं। यह श्लोक न केवल हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए बल्कि हर समुदाय के लोगों के लिए प्रासंगिक हैं। इनमें निहित शिक्षाएं सार्वभौमिक हैं।

  1. कर्मयोग पर गीता का श्लोक
    श्लोक: कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
    अर्थ: आपको केवल कर्म करने का अधिकार है, उसके फल की चिंता करने का नहीं। यह श्लोक जीवन में कार्य करने की भावना को प्रेरित करता है, बिना फल की आशा किए।
  2. ज्ञान और ध्यान पर श्लोक
    श्लोक: योगस्थः कुरु कर्माणि संगं त्यक्त्वा धनंजय।
    अर्थ: हे अर्जुन, संग को त्यागकर योग में स्थित होकर अपने कर्म करो। यह श्लोक जीवन में संतुलन और ध्यान के महत्व को समझाता है।

भगवत गीता का महत्व

गीता के श्लोक केवल धर्मशास्त्र नहीं हैं, बल्कि यह एक ऐसी मार्गदर्शिका है, जो हर युग में प्रासंगिक है। इसमें जीवन के हर पहलू पर प्रकाश डाला गया है—चाहे वह कर्म हो, धर्म हो, भक्ति हो, या ज्ञान।

  • गीता का योगदान:
    गीता ने भारत को “विश्व गुरु” के रूप में प्रतिष्ठित किया। इसका पाठ हमें जीवन के कठिन समय में प्रेरणा और समाधान प्रदान करता है।
  • सार्वभौमिक प्रभाव:
    गीता के श्लोकों में निहित ज्ञान केवल भारत तक सीमित नहीं है। यह पूरी मानवता के लिए एक प्रेरणा स्रोत है।

PDF और डिजिटल संसाधन

यदि आप गीता के श्लोक हिंदी और संस्कृत में पढ़ना चाहते हैं, तो इसके लिए कई PDF और ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध हैं:

  • भगवत गीता श्लोक हिंदी PDF: इस संसाधन में गीता के सभी अध्यायों के श्लोक अर्थ सहित दिए गए हैं।
  • Bhagwat Geeta Shlok In Sanskrit With Meaning In Hindi: संस्कृत के मूल श्लोकों के साथ हिंदी में भावार्थ भी उपलब्ध है।

गीता से प्रेरणा लेने वाले लोगों के लिए विशेष सुझाव

गीता के श्लोक न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए बल्कि समाज की बेहतरी के लिए भी अत्यंत उपयोगी हैं।

गीता को एक अध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में अपनाएं।

दैनिक जीवन में गीता के श्लोकों को पढ़ें और उनके अर्थ को आत्मसात करें।

FAQ About Bhagwat Geeta Shlok

1. गीता का सबसे छोटा श्लोक कौन सा है?

गीता का सबसे छोटा श्लोक है:
श्लोक: ममैवांशो जीवलोके जीवभूतः सनातनः।
अर्थ: प्रत्येक जीव मेरी सनातन आत्मा का ही अंश है।
यह श्लोक भगवान श्रीकृष्ण द्वारा यह समझाने के लिए कहा गया है कि आत्मा और परमात्मा के बीच अभिन्न संबंध है।

2. गीता का मूल मंत्र क्या है?

गीता का मूल मंत्र कर्म पर आधारित है:
श्लोक: कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
अर्थ: आपका अधिकार केवल कर्म करने में है, उसके फल में नहीं।
यह श्लोक जीवन का मार्गदर्शन करता है कि बिना फल की चिंता किए हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।

3. कृष्ण का प्रसिद्ध श्लोक कौन सा है?

भगवान श्रीकृष्ण का सबसे प्रसिद्ध श्लोक है:
श्लोक: यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।
अर्थ: जब-जब धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि होती है, तब-तब मैं अपने अवतार लेता हूं।
यह श्लोक धर्म और सत्य की स्थापना के लिए भगवान के अवतार लेने के उद्देश्य को समझाता है।

4. 700 श्लोक कौन से हैं?

भगवत गीता में कुल 700 श्लोक हैं, जो महाभारत के भीष्मपर्व में शामिल हैं। यह 18 अध्यायों में विभाजित हैं। इनमें भगवान श्रीकृष्ण, अर्जुन, संजय और धृतराष्ट्र के संवाद सम्मिलित हैं।

5. गीता का प्रसिद्ध मंत्र क्या है?

गीता का प्रसिद्ध मंत्र है:
श्लोक: सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।
अर्थ: सभी धर्मों को त्यागकर केवल मेरी शरण में आओ।
यह मंत्र आत्मसमर्पण और भक्ति का संदेश देता है।

6. गुरु के 5 श्लोक कौन से हैं?

गीता में गुरु के महत्व पर कई श्लोक दिए गए हैं। उनमें से 5 प्रमुख श्लोक हैं:

  1. तद्विद्धि प्रणिपातेन परिप्रश्नेन सेवया।
  2. आचार्याद्धीयते ज्ञानम्।
  3. श्रद्धावान् लभते ज्ञानम्।
  4. न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते।
  5. उद्धरेदात्मनात्मानं नात्मानमवसादयेत्।
    ये श्लोक गुरु की महत्ता और ज्ञान प्राप्ति के तरीकों को स्पष्ट करते हैं।

7. गीता का प्रथम श्लोक क्या है?

गीता का पहला श्लोक धृतराष्ट्र द्वारा कहा गया है:
श्लोक: धृतराष्ट्र उवाच: धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः।
अर्थ: धृतराष्ट्र ने पूछा, “धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र में युद्ध के लिए एकत्र हुए मेरे और पांडवों के पुत्रों ने क्या किया?”
यह श्लोक महाभारत के युद्ध की शुरुआत का परिचय देता है।

8. गीता किस भगवान ने लिखी थी?

भगवत गीता का मूल उपदेश भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को दिया था। महाभारत के रचयिता वेदव्यास ने इसे लिपिबद्ध किया।

9. गीता का अंतिम श्लोक क्या है?

गीता का अंतिम श्लोक संजय द्वारा कहा गया है:
श्लोक: यत्र योगेश्वरः कृष्णो यत्र पार्थो धनुर्धरः।
अर्थ: जहां भगवान श्रीकृष्ण हैं और जहां अर्जुन जैसा धनुर्धारी है, वहां विजय, ऐश्वर्य और नीति है।
यह श्लोक धर्म और सत्य की जीत को दर्शाता है।

10. गीता में शक्तिशाली श्लोक कौन सा है?

गीता में सबसे शक्तिशाली श्लोक है:
श्लोक: अहं सर्वस्य प्रभवो मत्तः सर्वं प्रवर्तते।
अर्थ: मैं सभी चीजों का स्रोत हूं, और सब मुझसे उत्पन्न होते हैं।
यह श्लोक भगवान की सर्वव्यापकता और सर्वसत्ता को दर्शाता है।

11. महाभारत में कितने श्लोक हैं?

महाभारत में कुल 1,00,000 श्लोक हैं। यह महाकाव्य 18 पर्वों में विभाजित है, और भगवत गीता इसके भीष्मपर्व का हिस्सा है।

87 / 100

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *