Marriage Shubh Muhurat 2025: Best Wedding Dates According to Hindu Panchang

Marriage Shubh Muhurat 2025: Best Wedding Dates According to Hindu Panchang

Marriage Shubh Muhurat 2025: Marriage is a sacred bond, and choosing an auspicious date for the wedding is of utmost importance in Hindu traditions. The right Shubh Muhurat for marriage in 2025 ensures prosperity, happiness, and longevity in married life. According to Vedic astrology, selecting the best marriage dates in the 2025 Hindu Panchang can … Read more

Mahakumbh 2025: Best Ways to Travel for from Delhi, Mumbai, Chennai, Punjab, and Kerala

Mahakumbh 2025: Best Ways to Travel for from Delhi, Mumbai, Chennai, Punjab, and Kerala

Mahakumbh 2025 the world’s largest religious gathering, is set to take place in Prayagraj from January 13 to February 26, 2025. Millions of devotees from across India and the world will journey to this grand spiritual event. For people residing in metropolitan cities like Delhi, Mumbai, Chennai, Punjab, and Kerala, planning their trip efficiently is … Read more

Navmansh Kundli: नवमांश कुंडली क्या होती है

Navmansh Kundli: नवमांश कुंडली क्या होती है

Navmansh Kundli kya hoti hai: वैदिक ज्योतिष में नवमांश कुण्डली को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह कुण्डली जन्म कुण्डली का ही एक विस्तृत संस्करण होती है, जिसे डी-9 चार्ट (D-9 Chart& ) के रूप में भी जाना जाता है। नवमांश कुण्डली मुख्य रूप से वैवाहिक जीवन, आध्यात्मिक प्रगति और व्यक्ति के संपूर्ण भाग्य का … Read more

Tritiya Tithi (Teej) Kab Hai: तृतीया तिथि (तीज)कब है इस महीने में

Tritiya Tithi (Teej) Kab Hai: तृतीया तिथि (तीज)कब है इस महीने में

Tritiya Tithi (Teej) kab hai: तृतीया तिथि हिन्दू पंचांग की तीसरी तिथि है, जो हर माह कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में आती है। इस ब्लॉग में हमने 2025 की सभी तृतीया तिथियों का विस्तृत विवरण दिया है। जानें जनवरी से दिसंबर तक हर महीने की तृतीया तिथि, उनके पक्ष (कृष्ण पक्ष/शुक्ल पक्ष), दिन और … Read more

Dwitiya Tithi (Dooj) Kab Hai: द्वितीया तिथि (दूज) कब है इस महीने

Dwitiya Tithi (Dooj) Kab Hai: द्वितीया तिथि (दूज) कब है इस महीने

Dwitiya Tithi kai hai: द्वितीया तिथि हिन्दू पंचांग की दूसरी तिथि है, जो हर माह कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में आती है। इस ब्लॉग में हमने 2025 की सभी द्वितीया तिथियों का विस्तृत विवरण दिया है। जानें जनवरी से दिसंबर तक हर महीने की द्वितीया तिथि, उनके पक्ष (कृष्ण पक्ष/शुक्ल पक्ष), दिन और महत्व। … Read more

Pratipada Tithi (Ekam) Kab Hai: प्रतिपदा तिथि (एकम) कब है इस महीने

Pratipada Tithi (Ekam) Kab Hai: प्रतिपदा तिथि (एकम) कब है इस महीने

Pratipada Tithi: प्रतिपदा तिथि हिन्दू पंचांग की पहली तिथि है, जो हर माह कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में आती है। इस ब्लॉग में हमने 2025 की सभी प्रतिपदा तिथियों का विस्तृत विवरण दिया है। जानें जनवरी से दिसंबर तक हर महीने की प्रतिपदा तिथि, उनके पक्ष (कृष्ण पक्ष/शुक्ल पक्ष), दिन और महत्व। प्रतिपदा तिथि … Read more

Geeta Shlok With Meaning In Hindi: भगवत गीता के प्रसिद्ध श्लोक भावार्थ सहित

Geeta Shlok With Meaning In Hindi: भगवत गीता के प्रसिद्ध श्लोक भावार्थ सहित

Geeta Shlok With Meaning In Hindi: महाभारत भारत का एक अद्वितीय काव्य ग्रंथ है, जिसके रचयिता महर्षि वेदव्यास थे। इस महाकाव्य के युद्धक्षेत्र, कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिए, वे “भगवत गीता” के रूप में विख्यात हैं। गीता न केवल भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है, बल्कि यह जीवन के सभी … Read more

Sanskrit Shlok With Meaning: बच्चों के लिए 10 छोटे संस्कृत श्लोक अर्थ सहित

Sanskrit Shlok With Meaning: बच्चों के लिए 10  छोटे संस्कृत श्लोक अर्थ सहित

Sanskrit Shlok With Meaning: संस्कृत के श्लोकों का हमारे जीवन में विशेष धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। ऐसा माना जाता है कि वेदों, पुराणों और धर्मग्रंथों में लिखे गए संस्कृत श्लोकों का नियमित उच्चारण जीवन में सकारात्मकता और शांति ले कर आता है। विद्यार्थियों को विशेष रूप से ऐसे श्लोकों का अभ्यास करने की सलाह दी जाती है जो उनके ज्ञान और ध्यान में वृद्धि करते हैं।

जैसे विद्यालय में पढ़ाई शुरू करने से पहले गायत्री मंत्र का जाप किया जाता है, वैसे ही छोटे संस्कृत श्लोक with Meaning याद करना विद्यार्थियों के मानसिक विकास और एकाग्रता के लिए लाभकारी माना जाता है। हालांकि, केवल श्लोकों का उच्चारण भर जीवन में सफलता नहीं दिलाता, लेकिन इनसे मनोबल बढ़ता है, सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, और अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।

छोटे संस्कृत श्लोक | Sanskrit Shloka For Students

Sanskrit Shlok With Meaning

1. Sanskrit Shlok

संतोषवत् न किमपि सुखम् अस्ति।

हिंदी अर्थ: संतोष के समान कोई सुख नहीं है।

English Meaning: There is no happiness like contentment.

2. Sanskrit Shlok

मन एव मनुष्याणां कारणं बन्धमोक्षयोः।

हिंदी अर्थ: मन ही मनुष्यों के बंधन और मुक्ति का कारण है।

English Meaning: Mind is the reason for bondage and liberation of human beings.

3. Sanskrit Shlok

 सत्यं अपि तत् न वाच्यं यत् उक्तं असुखावहं भवति।

हिंदी अर्थ: वह सत्य भी नहीं कहना चाहिए जो दुःख देने वाला हो।

English Meaning: Even the truth that causes pain should not be told.

4. Sanskrit Shlok

 अलसस्य कुतो विद्या अविद्यस्य कुतो धनम्। 

अधनस्य कुतो मित्रम् अमित्रस्य कुतः सुखम्।|

हिंदी अर्थ: आलसी को ज्ञान नहीं मिलता, अज्ञानी को धन नहीं मिलता, निर्धन को मित्र नहीं मिलता और जिसका कोई मित्र न हो, उसे सुख नहीं मिलता।

English Meaning: The lazy person does not get knowledge, the ignorant person does not get wealth, the poor person does not get a friend and one who has no friends does not get happiness.

5. Sanskrit Shlok

 येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।

तेन त्वाम् अभिबध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥

हिंदी अर्थ: जिससे महान शक्तिशाली दानवों के राजा बंधे थे,उसी रक्षा सूत्र से मैं तुम्हें बांधता हूं, जो तुम्हारी रक्षा करेगा, हे रक्षा, तुम दृढ़ रहो, दृढ़ रहो। 

English Meaning: With which the kings of great powerful demons were tied, I tie you with the same protective thread, which will protect you, O Raksha, you stay strong, stay strong.

6. Sanskrit Shlok

परोपकारः पुण्याय पापाय परपीडनम्।

हिंदी अर्थ: परोपकार करना पुण्य है, और दूसरों को कष्ट देना पाप है।

English Meaning: Doing charity is virtue, and causing pain to others is a sin.

7. Sanskrit Shlok

दारिद्रय रोग दुःखानि बंधन व्यसनानि च।

आत्मापराध वृक्षस्य फलान्येतानि देहिनाम्।

हिंदी अर्थ: गरीबी, रोग, दुःख, बंधन और बुरे व्यसनों का कारण व्यक्ति के अपने कर्मों के पेड़ का फल है।

English Meaning: Poverty, disease, misery, bondage and bad addictions are the fruits of one’s own karma tree.

8. Sanskrit Shlok

गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।

गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः।

हिंदी अर्थ: गुरु ब्रह्मा हैं, गुरु विष्णु हैं, गुरु शिव हैं। गुरु साक्षात परब्रह्म हैं। ऐसे गुरु को नमन।

English Meaning: Guru is Brahma, Guru is Vishnu, Guru is Shiva. Guru is the Supreme Being. Salute to such a Guru.

9. Sanskrit Shlok

त्वमेव माता च पिता त्वमेव। त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव।

त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव। त्वमेव सर्वं मम देव देव।|

हिंदी अर्थ: आप ही मेरी माता, पिता, बंधु और सखा हैं। आप ही मेरी विद्या, धन और सब कुछ हैं।

English Meaning: You are my mother, father, brother and friend. You are my knowledge, wealth and everything.

10. Sanskrit Shlok

धर्मज्ञो धर्मकर्ता च सदा धर्मपरायणः।

तत्त्वेभ्यः सर्वशास्त्रार्थादेशको गुरुरुच्यते।

हिंदी अर्थ: धर्म को जानने वाले, धर्म का पालन करने वाले और धर्म में सदा अनुरक्त व्यक्ति को गुरु कहा जाता है।

English Meaning: A person who knows the religion, follows the religion and is always devoted to the religion is called a Guru.

11. Sanskrit Shlok

पिता धर्मः पिता स्वर्गः पिता हि परमं तपः।

पितरि प्रीतिमापन्ने प्रीयन्ते सर्वदेवताः।

हिंदी अर्थ: पिता धर्म हैं, पिता स्वर्ग हैं और पिता ही परम तप हैं। पिता के प्रसन्न होने पर सभी देवता प्रसन्न हो जाते हैं।

English Meaning: Father is religion, father is heaven and father is the ultimate penance. When father is happy, all the gods become happy.

12. Sanskrit Shlok

आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः।

नास्त्युद्यमसमो बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति।

हिंदी अर्थ: आलस्य मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। परिश्रम जैसा मित्र कोई नहीं, जो परिश्रम करता है, वह कभी दुखी नहीं होता।

English Meaning: Laziness is man’s biggest enemy. There is no friend like hard work. One who works hard is never unhappy.

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